कार के टायर की देखभाल कैसे करे

कार के टायर की देखभाल कैसे करे- व्हील अलाइनमेंट (Wheel Alingment) क्या है क्या है व्हील बैलेंसिंग (Wheel Balancing) क्या है टायर रोटेशन (Wheel Rotation)-

कार के टायर की देखभाल कैसे करे
Wheel alignment image

कार के टायर की देखभाल कैसे करे- 

कार के टायर बहुत महत्वपूर्ण  पार्ट है जबकि लोगो का ध्यान इस पर कम रहता है,आमतौर पर लोग अपनी कार के टायरों की देखभाल पर ज्यादा ध्यान नहीं देते। जबकि कार के टायर उतने ही अहम होते हैं, जितना ब्रेक या इसका कोई अन्य पुर्जा। यहां जाने कार टायरों की देखभाल से जुड़ी कुछ बातें

घिसा हुआ, खराब अलाइनमेंट का या खराब बैलेंस का टायर कार की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा पैदा कर सकता है। टायर को लेकर संतुलन, अलाइनमेंट और रोटेशन के बारे में जानकारी होना आपके सफर को सुरक्षित बनता है।

व्हील अलाइनमेंट (Wheel Alingment) क्या है -

व्हील अलाइनमेंट कार के चारों पहियों का एक-दूसरे और कार की बॉडी  के साथ एक सीध में होना है।

व्हील अलाइनमेंट में अगर समस्या हो तो, सस्पेंशन सेटअप प्रभावित होता है है। यानी कार को सड़क पर पकड़ कम हो जाती है।स्टीयरिंग संभालना भी बहुत थकन भरा बन जाता है और संकेत हो सकता है कि व्हील अडनमेंट में गड़बड़ है। कार चलाते समय कार में कंपनऔर बाएं या दाएं फिसलने से रोकने के लिए स्टीयरिंग व्हील को कसकर संभालना पड़ता है, तो भी यह समस्या जड़ में हो सकती है। यदि कार अपने आप किसी विशेष दिशा की ओर मुड़ती हुई चलती है, तो यह स्पष्ट संकेत है कि अलाइनमेंट की समस्या है। कार के चारों टायरों में असामान्य घिसावट हो, तो भी यह इसका मतलब है की व्हील ालिनमेंट में दिखात है।  टायर में हवा का दवाब  काम होना आपकी कार की एवरेज पर भी बहुत असर डालता है एवरेज काम होने इंजन के ज्यादा गरम होने की समस्या भी शुरू हो जाती है जो जेब पर बहुत भरी पड़ती है

क्या है व्हील बैलेंसिंग (Wheel Balancing)

कार के एक पहिए की पूरी असेंबली का वजन कार के अन्य सभी पहियों की असेंबली के साथ संतुलन में रहना चाहिए। यदि यह संतुलन बनाए नहीं रखा जाता है, तो यह वाहन की ड्राइविंग गुणवता पर असर आता है। कैसे जांचें: यदि टायरों में असमान टूट-फूट है, यदि नया टायर खरीदा और लगाया गया है या कार की मरम्मत की, गई है या फिर स्टीयरिंग या सस्पेंशन (Car Suspension)के पुर्जो को बदला गया है, तो एक बार. व्हील बैलेंसिंग भी जांची जानी चाहिए। व्हील बैलेंसिंग की जांच और सुधार में पेशेवर मदद जरूरी होती है, क्योंकि इसके लिए बड़ा सेटअप चाहिए -होता है। आमतौर पर, जब टायर बदला या मरम्मत किया जाता तो व्हील बैलेंसिंग की जाती है।

क्या है टायर रोटेशन (Wheel Rotation)-

टायर रोटेशन का अर्थ है किसी वाहने में टायरों की जगह को बदलते रहना। यानी पीछे के टायर आगे लाना या अगल- बगल बदलना या इससे उलटा। हर कार पर टायर रोटेशन किया जाना चाहिए, क्योंकि अलग-अलग स्थिति में टायर अलग-अलग दरों पर घिसते हैं। चूंकि अधिकांश कारों में फ्रंट-व्हील ड्राइव होता है। ऐसे में ड्राइविंग आगे एक्सेल पर होने के कारण वहां के टायर तेजी से घिसते हैं। वहीं जिन कारों में रियर व्हील ड्राइव होता है, उनमें पिछले पहिये आगे के टायरों की तुलना में तेजी से घिसते है।' टायरों को हर 8,000 किलोमीटर पर रोटेशन में लेना चाहिए। इससे टायर लंबे समय तक चलते हैं।