LCA Tejas landing on INS Vikrant
नौसेना के पायलटों ने आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक और कदम आगे बढ़ा दिया। भारतीय नौसेना आधुनिकीकरण के साथ ही समुद्र में अपनी मारक क्षमता बढ़ाने के लिए स्वदेशी लड़ाकू विमान तेजस ने सफलतापूर्वक आइएनएस विक्रांत पर लैंडिंग की।
विमान वाहक पोत पर उतरा लड़ाकू विमान तेजस
हिंद-प्रशांत महासागर क्षेत्र में बड़ी सामरिक- रणनीतिक भूमिका का आधार तैयार कर रही भारतीय नौसेना ने सोमवार को नया इतिहास रचा। नौसेना के पायलटों ने स्वदेश निर्मित लाइट कांबैट एयरक्राफ्ट (एलसीए-नेवी) को विमान वाहक पोत आइएनएस विक्रांत पर सफलतापूर्वक उतार कर एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की। विमान वाहक पोत पर स्वदेशी एलसीए की सफल लैंडिंग नौसेना की सामरिक क्षमता के लिहाज से मील का पत्थर है।
इसके साथ ही नौसेना के पायलटों ने आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक और कदम आगे बढ़ा दिया। भारतीय नौसेना आधुनिकीकरण के साथ ही समुद्र में अपनी मारक क्षमता बढ़ाने के लिए स्वदेशी लड़ाकू विमान तेजस ने सफलतापूर्वक आइएनएस विक्रांत पर लैंडिंग की। हथियारों और मिसाइलों के अलावा अपने एयर विंग को भी मजबूत करने में जुटी है।
आत्मनिर्भर भारत की दिशा में नौसेना के पायलटों ने बढ़ाया एक और कदम
LCA Navy carries out maiden landing on indigenous aircraft carrier INS Vikrant
— ANI Digital (@ani_digital) February 6, 2023
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हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सामरिक संतुलन साधने में जुटी है नौसेना आइएनएस विक्रांत पर एलएसी की सफल लैंडिंग इस लिहाज से अहम है कि नौसेना को इन हल्के लड़ाकू विमानों को हासिल करने के लिए विदेश पर निर्भर नहीं रहना होगा।
हिंदुस्तान एयरोनाटिक्स लिमिटेड वायुसेना के साथ ही नौसेना के लिए भी इनका निर्माण कर रही है। नौसेना ने एलसीए की सफल लैंडिंग पर एक संक्षिप्त बयान जारी करते हुए कहा कि नौसेना के पायलटों द्वारा आइएनएस विक्रांत पर एलसीए की लैंडिंग करने के बाद भारतीय नौसेना ने आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है।
इस सफल लैंडिंग ने स्वदेशी लड़ाकू विमानों के साथ स्वदेशी विमानवाहक पोत को डिजाइन, विकसित, निर्माण और संचालित करने की भारत की क्षमता को प्रदर्शित किया है।